नवजात बेटी को देखने के लिए बेचैन था कोरोना पॉजिटिव मां का दिल, फिर हॉस्पिटल स्टाफ ने किया कुछ ऐसा

अस्पतालकर्मियों की मदद से कोरोना वायरस संक्रमित एक महिला ने वीडियोकॉल के जरिए अपनी बेटी से बात की। मां और बेटी दोनों ही अलग वार्ड में हैं। यह घटना औरंगाबाद सिविल अस्पताल की है। अस्पताल के स्टाफ ने एक वीडियोकॉल का इंतजाम किया, ताकि कोरोना पॉजिटिव मां अपनी नवजात बेटी से बात कर सके। जिला सिविल सर्जन डॉक्टर सुंदर कुलकर्णी ने यह जानकारी दी।


औरंगाबाद जिला अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम ने शनिवार (18 अप्रैल) को मुंबई से आई कोरोना पॉजिटिव महिला की सफलता पूर्वक प्रसव कराया था। जिला सिविल सर्जन डॉक्टर सुंदर कुलकर्णी ने बताया कि हाल ही में अपने 17 वर्षीय बेटे और पति के साथ महिला मुंबई से यहाँ आयी थी। उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव महिला द्वारा बच्ची को जन्म देने की देश में दूसरी घटना है और चीन, लंदन, ऑस्ट्रेलिया और मुंबई के बाद दुनिया की पांचवीं घटना है।





 


कुलकर्णी ने कहा कि, जो महिला 10 अप्रैल को अपने पति और 17 वर्षीय बेटे के साथ एक विशेष एम्बुलेंस वैन में मुंबई से यहां पहुंची थी। स्वास्थ्य विभाग की सलाह पर सभी तीनों के नमूने को जांच के लिए भेजा गया था। जांच में मां और बेटे में 16 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जबकि पति की रिपोर्ट निगेटिव थी।





वहीं, महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई-विरार नगर निगम क्षेत्र में महज आठ दिन के नवजात शिशु के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। डॉक्टर ने शनिवार (18 अप्रेल) को बताया कि नवजात शिशु की मां संक्रमित नहीं हैं। स्थानीय निकाय के डॉक्टर किशोर गवास ने बताया कि नगर निगम के जुचान्द्रा स्वास्थ्य केन्द्र में शिशु की जांच की गई। उन्होंने बताया, ''शिशु की मां की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। शिशु की जांच जन्म के कुछ दिन बाद तय प्रक्रिया के तहत की गई।"